Friday, 26 October 2007

दंगे ने मानवता हीं खत्म कर दी

राजेश कुमार
तहलका पत्निका और आज तक टीवी चैनल ने एक स्टिंग ऑपरेशन के तहत गुजरात दंगे के बारे में जो दिखाया उसे हर कोई जानता है लेकिन सबूत किसी के पास नहीं था लेकिन टीवी चैनल आजतक में दिखाये जाने के बाद सभी लोगों के लिये यह बहस का मुद्दा बन गया है। भारतीय जनता पार्टी सिर्फ यही रट लगा रही है कि तहलका भाजपा के खिलाफ है इसलिये स्टिंग ऑपरेशन की गई है। कॉग्रेस के खिलाफ तहलका कोई ऑपरेशन क्यों नही करती ? हालांकि तहलका के संपादक तरुण तेजपाल ने कहा है कि उन्होने कॉग्रेस के खिलाफ कितने स्टिंग किये हैं ये सभी जानते हैं। यहां सवाल यह नहीं है कि कौन किसके के खिलाफ है। यहां इस विषय पर बहस होनी चाहिये थी कि गुजरात दंगे को मोदी सरकार ने जिस तरह से बढावा दिया और एक खास समुदाय के लोगो की हत्या करवाई क्या वह सही था? दंगे की सारी राम कहानी किसी दूसरे दल के लोगों ने नहीं बताई बल्कि उन्हीं के पार्टी के लोगों ने ही सब कुछ बताया।उसमें भी वे लोग जो खुद क्रूर घटना को अंजाम दिया। कुछ लोग गुजरात दंगे को गोधरा घटना की प्रतिक्रिया बता रहें है। तो उनसे पहला सवाल यही है कि मुंबई में जो दंगे हुये 1992-93 में उसी की प्रतिक्रिया थी 93 का मुंबई विस्फोट, तो क्या मुंबई विस्फोट को सही ठहराया जा सकता है – नहीं। उसी प्रकार गुजरात दंगे को सही नहीं ठहराया जा सकता। किसी का खून बहाना या क्रूर अत्याचार करना किसी धर्म का हिस्सा नहीं हो सकता।बहरहाल सभी जानते हैं कि चुनाव का समय है राजनीतिक सीडी जारी होते रहेंगे और जिसके खिलाफ स्टिंग होगा वह सच्चाई को ढकने के लिये अपने दुश्मनों का गेम प्लान बतायेंगे।

1 comment:

Anonymous said...

" बहरहाल सभी जानते हैं कि चुनाव का समय है राजनीतिक सीडी जारी होते रहेंगे और जिसके खिलाफ स्टिंग होगा वह सच्चाई को ढकने के लिये अपने दुश्मनों का गेम प्लान बतायेंगे। "
these lines are saying many things